SpaceJet दिल्ली में उतरता है।
दरवाज़ा खुलते ही—
चूहानंद काला हीरो चश्मा लगाए swag में
थोथा biscuit बॉक्स लेकर heavy walk में
बीच में चमकता ₹100000000000 (एक लाख करोड़) का suitcase
भीड़—
“चश्मे वाला करोड़पति वापस आ गया!!”
“और उसके साथ… मोटा बलशाली आदमी!!”
थोथा—
“मैं बलशाली हूँ, हाथी नहीं!”
चूहानंद—
“चल थोथा, अब अपने सपने पूरे करते हैं!”
दोनों दिल्ली के सबसे महंगे होटल में पहुँचते हैं।
Receptionist—
“Sir, room चाहिए?”
चूहानंद—
“पूरा फ्लोर चाहिए!”
थोथा—
“पूरा फ्लोर? खाना भी पूरा ले लोगे?”
चूहानंद—
“अब पैसा बचाने नहीं…
उड़ाने का समय है।”
दूसरे ही मिनट—
Golden suite
Jacuzzi
20 सेवक
24x7 खाना
सब उनका!
थोथा jacuzzi में कूदते ही फँस गया।
थोथा—
“अरे ये tub छोटा था या मैं बड़ा!?”
चूहानंद—
“Tub छोटा था… तू perfect है।”
(झूठ pure motivational टाइप)
दोनों showroom जाते हैं।
चूहानंद—
“Mujhe fastest, loudest, brightest car chahiye!”
थोथा—
“और मुझे सबसे मजबूत वाली car…
ताकि सीट टूटे ना।”
Showroom वाला दंग—
“Sir आपकी वज़न category के लिए
हम truck recommend करते हैं…”
थोथा—
“क्या!??
Truck मैं चलाऊँगा!?”
चूहानंद—
“ले ले भाई, luxury truck…
तू पहला आदमी होगा जिसके पास ‘Audi Truck’ होगा।”
थोथा सोचकर—
“सही है… swag truck।”
दोनों कार + truck लेकर सड़क पर निकलते हैं
और ट्रैफिक जाम उनका नाम लेता है।
चूहानंद—
“अब एक फिल्म बनाते हैं!”
थोथा—
“मैं hero बनूँगा!”
Director—
“Sir कहानी क्या है?”
चूहानंद—
“मोटे hero और छोटे genius का
America बचाने का किस्सा।”
Thotha—
“और villain कौन?”
चूहानंद—
“Villain बनेगा… मैं खुद।”
शूटिंग शुरू होते ही
थोथा dialog भूल जाता है—
Director—
“Sir बोलिए ‘मैं आ रहा हूँ!’”
थोथा—
“मैं खा रहा हूँ!!!”
चूहानंद—
“अरे खाने का scene नहीं है ये!”
फिल्म की shooting comedy में बदल गई।
दोनों एक जमीन देखते हैं।
चूहानंद—
“मैं बनाऊँगा छोटा, modern, smart घर!”
थोथा—
“और मैं बनाऊँगा…
सबसे बड़ा, सबसे मोटा, सबसे solid घर!”
Engineer—
“Sir, आपके घर की foundation strong चाहिए
नहीं तो घर उठाने लगेगा।”
थोथा—
“मेरी तरह heavy बनाओ!”
दो महीने बाद—
चूहानंद का घर छोटा पर stylish
थोथा का घर इतना बड़ा कि
ड्रोन में भी एक frame में न आए
पड़ोस वाले बोले—
“ये मकान है या hill station!?”
चूहानंद खोलता है—
“Chuhanand Café – Smart Snacks Only”
थोथा खोलता है—
“Thotha Dhaba – Heavy खाना Only”
Result:
चूहानंद का café: लोग selfie लेने आए पर खाए कुछ नहीं
थोथा का dhaba: हमेशा full,
क्योंकि लोग कहते—
“Plate heavy, पेट happy!”
थोथा—
“पहली बार मेरी heavy body काम आई!”
दोनों को एक popular शो बुलाता है।
Host—
“आप दोनों को एक लाख करोड़ कैसे मिले?”
चूहानंद—
“गलती से America बचा दिया।”
थोथा—
“मैंने भी बचाने की कोशिश की।
बस… कम speed में।”
Audience हँसते-हँसते लोटपोट।
Host—
“आगे क्या प्लान है?”
चूहानंद—
“India में तहलका!”
थोथा—
“और खाने का हलवा!”
एक स्कूल बच्चों को बुला लेता है—
talk देने के लिए।
Principal—
“Bachcho, ये हैं हमारे देश के heroes!”
चूहानंद—
“Bachcho, galti se bhi bada kaam ho सकता है।”
थोथा—
“और अगर पतला होना चाहें…
तो कुर्सी strong लेनी चाहिए।”
बच्चे—
“YEAAAAH!!”
Teacher—
“यार ये किस तरह की motivation है!?”
दोनों एक race लगाते हैं।
चूहानंद—
“जो जीतेगा, वो पहले ice-cream खाएगा!”
थोथा—
“तो मैं जीतूँगा, क्योंकि मैं तेज़ नहीं… भूखा हूँ!”
Race शुरू—
थोथा 10 कदम भागते ही हांफ गया
और चूहानंद पीछे होकर बोला—
“भाई, चल… मैने ice-cream घर से ला दी है!”
थोथा—
“तेरी दिमाग की speed kamal की है…”
दोनों अपने नए बंगले के सामने बैठकर
luxury life enjoy कर रहे होते हैं—
अचानक टीवी पर Breaking News:
“America में Chillgum जेल तोड़कर भाग गया!”
दोनों एक-दूसरे को देखते हैं।
थोथा—
“भाई… फिर से बवाल आने वाला है…”
चूहानंद—
“हाँ… पर पहले ice-cream पूरी कर लें।”
और स्क्रीन zoom-out होती है—
सीजन 3 की असली आग अब शुरू होने वाली है।
भारत में अपने सपने पूरे करते हुए
चूहानंद और थोथा को अचानक याद आता है—
चूहानंद—
“भाई, एक लाख करोड़ हैं…
तो इंडिया के सबसे अमीर आदमी से भी मिल लेना चाहिए!”
थोथा—
“अच्छा idea!
वैसे भी… घर बनाने में किसी expert से मिलना चाहिए।”
दोनों पहुँचते हैं—
मशहूर अरबपति ‘रूपेश कम्बानी’ के घर,
जो इतना बड़ा है कि चूहानंद बोला—
“ये घर नहीं…
पूरा इंडिया Gate का बाप है!”
थोथा धीरे बोला—
“इसमें मैं भी खो जाऊँ शायद…”
गेट खुलते ही
30 सिक्योरिटी गार्ड,
20 कुत्ते,
और एक Robot कहता है—
“WELCOME TO KAMBANI PALACE.”
चूहानंद—
“ओह! English में welcome मिलता है यहाँ!”
रूपेश कम्बानी,
white suit, gold watch,
और epic hairstyle में entry करता है।
वह चूहानंद और थोथा को ऊपर से नीचे तक देखकर कहता है—
“तुम दोनों ही हो न…
जिन्होंने America बचाकर
एक लाख करोड़ उड़ा दिए थे?”
चूहानंद गर्व से—
“Yes sir, वो हम ही हैं!”
थोथा—
“मैं थोड़ी कम speed में बचा पाया था।”
कम्बानी हँसते हुए—
“तुम दोनों दुनिया के सबसे महंगे entertainment हो!”
फिर कहता है—
“चलो अंदर…
मेरे पास तुम्हारे लिए एक शानदार plan है!”
Kambani उन्हें अपने 3D model room में ले जाता है—
जहाँ लाखों designs floating holograms में दिख रहे।
कम्बानी—
“तुम दोनों twin house बनवाना चाहते हो?”
चूहानंद—
“हाँ! हूबहू copy!”
थोथा—
“बस मेरी balcony न टूटे…”
कम्बानी मुस्कुराता है—
“तो मैं तुम्हें दूँगा…
दुनिया के सबसे महंगे ‘TWIN MANSION’ designs!”
और स्क्रीन पर दो एकदम identical महल चमकते हैं।
चूहानंद—
“ये तो Taj Mahal के बच्चे जैसे दिख रहे हैं!”
थोथा—
“और इतने बड़े कि मैं भी छोटा लग रहा हूँ!”
कम्बानी कहता है—
“लेकिन एक शर्त है…”
दोनों डरकर—
“क्या??”
कम्बानी—
“तुम दोनों को
मेरी लाइफ़ की सबसे बड़ी समस्या
हल करनी होगी।”
चूहानंद—
“Problem क्या है?”
कम्बानी—
“मेरे घर में
एक जगह पर 12 साल से
एक बिल्ली बैठी है…
और कोई उसे हटा नहीं सकता।”
थोथा—
“बिल्ली!?? बसss!”
चूहानंद—
“हम बिल्ली हटाएँगे = हमें दो महल मिलेंगे??”
कम्बानी—
“Exactly.”
दोनों ने तुरंत हाँ कर दी।
(उन्हें नहीं पता था कि यह बिल्ली क्या चीज़ है…)
कम्बानी उन्हें कमरे तक ले जाता है।
दरवाज़ा खुलता है…
और अंदर एक बिल्ली नहीं,
एक अत्यधिक मोटी, खतनाक, गुस्सैल बिल्ली बैठी है।
नाम — “काजल सिंह रॉयल कैट”
चूहानंद—
“ये बिल्ली है या भालू का बच्चा!?”
थोथा—
“ये मुझे देखकर फुसफुस क्यों रही है…?”
कम्बानी—
“ये बिल्ली 120 security guards को भगा चुकी है।
अब तुम दोनों ही उम्मीद हो।”
थोथा—
“अरे! ये तो मेरे biscuit box पर भी झपट रही है!”
चूहानंद धीरे से बोला—
“मैं संवाद कला से इसे मनाऊँगा।”
बिल्ली— “हिस्स्स्स्स्स्स!!!”
चूहानंद—
“अरे माफ करना! Tu toh sherni निकली।”
थोथा biscuit लेकर आगे बढ़ा—
“ले बेटा, biscuit खा—”
WHOOOOSH!
बिल्ली ने biscuit झपटकर खा लिया
और रूपेश की तरफ "मतलबी नज़र" डाली।
थोथा—
“ये तो मुझसे भी बड़ी खाने वाली है…”
कम्बानी जोर से हँसता है—
“बिल्ली हटाना आसान नहीं…
पर तुम दोनों entertaining जरूर हो!”
चूहानंद—
“Sir! मकान चाहिए, बिल्ली हटाएँगे ही!”
कम्बानी—
“Next round tomorrow.
और ध्यान रखना—
ये बिल्ली रात में अपना आकार दोगुना कर लेती है।”
थोथा—
“क्या?? ये रात में gorilla बन जाती है क्या?”
रात को चूहानंद और थोथा
कम्बानी के guest room में सो रहे थे…
ठक… ठक…
आवाज़ आती है।
चूहानंद—
“कौन है!?”
दरवाज़ा खुला—
वही बिल्ली…
लेकिन अब दोगुनी बड़ी,
उसकी आँखें चमक रही थीं।
थोथा—
“भाई…
ये बिल्ली है या आधी बाघ!?”
बिल्ली ने जोर से छलांग लगाई—
धम्म्म्म्म्म!!!
दोनों बिस्तर से उड़ गए।
दोनों भागते हुए कम्बानी के कमरे में पहुँचे—
चूहानंद—
“Sir!! Billii!!!!
बड़ी!!!! दोगुनी!!!!”
थोथा—
“इतनी बड़ी कि मेरे बराबर!!”
कम्बानी—
“Relax…
रात में इसकी रॉयल शक्ति activate होती है।”
दोनों एक-दूसरे को देखते हैं—
“हमें मकान चाहिए… पर जान भी चाहिए…”
कम्बानी गंभीर होकर बोला—
“दोनों सुनो…
मेरे पास बेशुमार पैसा है,
लेकिन इस बिल्ली की वजह से
मैं घर का ‘ये हिस्सा’ कभी इस्तेमाल नहीं कर पाया।”
फिर कहता है—
“यदि तुम दोनों
इस बिल्ली को यहाँ से हटाकर
बाहर बगीचे में रहने लायक बना दोगे…
तो मैं तुम्हारे लिए
दो हूबहू महलों का निर्माण कराऊँगा
दुनिया के सबसे महंगे materials से!”
चूहानंद और थोथा एक साथ—
“हम करेंगे!!
बिल्ली को VIP shifting हम कराएँगे!”
और कहानी यहां से
एक महल + बिल्ली + बवाल वाली कॉमेडी में बदलने वाली है।
कम्बानी कहता है—
“पहली शर्त—
बिल्ली के कमरे में बिना डरे घुसो।”
दोनों डरते-डरते प्रवेश करते हैं।
कमरा पूरी तरह luxury—
सोने का तकिया,
मखमली कालीन,
चांदी का दूध कटोरा।
चूहानंद—
“ये बिल्ली है या रानी लक्ष्मीबाई!?”
थोथा—
“मेरे से ज्यादा royal life जीती है ये!”
अचानक—
काजल सिंह रॉयल कैट
अपना पंजा उछालकर
सोने का गिलास गिरा देती है।
चूहानंद—
“Warning दे रही है!”
थोथा—
“और ये padvi bina बोले समझ आती है मुझे!”
चूहानंद—
“बिल्ली को मीठी आवाज़ से मनाएंगे।”
थोथा ने romantic tone में कहा—
“आजा रानी बिट्टू… आजा प्यारी शerni…”
बिल्ली ने आग-बबूला होकर
थोथा पर छलांग लगा दी।
धड़ाम!
थोथा गिरा—
उसके ऊपर बिल्ली,
और नीचे फटी हुई रॉयल कालीन।
चूहानंद—
“रूपेश! तेरे ऊपर नीचे दोनों royal चीज़ें टूट रहीं हैं!”
थोथा—
“मैं… royal martyr बनने वाला हूँ…”
कम्बानी—
“ये बिल्ली सिर्फ रॉयल खाना खाती है।”
चूहानंद—
“ठीक! इस पर पैसा लगाएँगे!”
दोनों बिल्ली को पेश करते हैं—
ग्रीक चीज़
इटैलियन पिज़्ज़ा
थाई दूध
और एक special imported Tuna-loaf
बिल्ली सब सूँघती है…
फिर रूपेश की तरफ घूरकर
उल्टा पास्ता उसके सिर पर फेंक देती है।
थोथा—
“ये बिल्ली खाने की critic है!”
चूहानंद—
“बावली है बावली!!”
चूहानंद—
“एक बैग लाते हैं… उसमें gently shift कर देंगे।”
बैग royal था, soft था…
लेकिन जैसे ही बिल्ली को उठाया—
WHOOOOSH!
बिल्ली ने बैग फाड़ दिया
और थोथा के कपड़े भी।
थोथा—
“भाई! मेरा pyjama हवा में है!!!”
कम्बानी पेट पकड़कर हँस रहा था—
“ये बिल्ली नहीं…
मेरे घर का security chief है।”
फिर रात।
दोनों सो रहे थे।
अचानक—
ठक… ठक… ठक…
दरवाज़ा खुला…
बिल्ली… दोगुनी बड़ी।
कम्बानी चिल्लाया—
“ये रात में रॉयल मोड में जाती है!”
चूहानंद—
“हमने गलत profession चुन लिया…”
थोथा—
“Doctor बन जाते तो बिल्ली कम काटती!”
बिल्ली ने दोनों के ऊपर jump किया—
लेकिन फर्श कमजोर था—
धड़ाम!!!
तीनों बेसमेंट में गिर गए।
कम्बानी—
“ये बिल्ली तभी मानेगी
जब तुम दोनों इसकी तीन शर्तें पूरी करोगे!”
दोनों—
“क्या शर्तें हैं!?”
1️⃣ इसका दूध सोने वाले कटोरे में ही भरो।
2️⃣ इसकी दही में 4 बादाम और 1 पिस्ता होना चाहिए।
3️⃣ इसके लिए नई जलपरियों वाली कहानी सुनानी होगी।
थोथा—
“बिल्ली है या महंगाई का विज्ञापन!?”
चूहानंद—
“ये तो रॉयल पति-पत्नी से भी ज्यादा मांगती है…”
चूहानंद बैठकर कहानी शुरू करता है—
“एक बार एक बिल्ली थी…”
काजल सिंह—
“हिस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स!!!”
चूहानंद—
“ठीक है ठीक है… रानी बिल्ली थी।”
थोथा आगे बढ़ा—
“उसकी शादी एक बहुत अच्छे अच्छे मोटे—”
काजल सिंह उछलकर
उसकी नाक पर पंजा रख देती है।
थोथा—
“आह!! ठीक है ठीक है… मोटा नहीं…”
कम्बानी—
“इसकी कहानी high class चाहिए!”
दोनों पूरा दिन
बिल्ली को कहानी सुनाते-सुनाते थक जाते हैं।
चूहानंद—
**“Listen!!
बिल्ली को gradually बाहर ले चलेंगे!
धीरे-धीरे हर दिन उसका बिस्तर,
खिलौने, खाना…
सब गार्डन की तरफ move करेंगे!”**
थोथा—
“धोखा technique?”
चूहानंद—
“Royal तरीक़े से…”
दोनों धीरे-धीरे—
बिल्ली की चटाई
बिल्ली का royal pillow
बिल्ली का snack plate
बिल्ली का heater
सब बगीचे में ले जाने लगे।
बिल्ली suspicious नज़र से देखती—
पर react नहीं करती।
कम्बानी—
“पहली बार इस बिल्ली ने किसी को नहीं scratch किया!!”
दोनों ने बिल्ली को धीरे-धीरे
उसके नए “garden palace” तक shift कर दिया।
बिल्ली बैठी, शांत…
गुस्सा नहीं… scratch नहीं…
चूहानंद—
“Mission successful!!”
लेकिन…
अचानक बिल्ली उठी
और पूरे बगीचे को अपना साम्राज्य घोषित करते हुए
घूम-घूमकर सब चीज़ों पर पंजा मारा।
थोथा—
“हमने बिल्ली हटा दी…
और इसने garden कब्ज़ा लिया!!”
कम्बानी—
“बढ़िया है!
Garden भी इसका…
कमरे भी इसका…
और मैं घर में किराएदार हूँ!!”
आखिरकार रूपेश कम्बानी बोला—
“तुम दोनों ने 12 साल पुरानी समस्या
हल कर दी।”
“मेरे palace में
पहली बार बिल्ली अपने कमरे से बाहर आई।”
“इसलिए वादा पूरा…”
“मैं तुम्हारे लिए
दो हूबहू महल बनवाऊँगा —
India के सबसे महंगे महल!”
दोनों खुशी से कूद पड़े।
चूहानंद—
“अब हमारी luxury शुरू!”
थोथा—
“और balcony इस बार weight-friendly होगी!!”
कहानी zoom-out…
अब आगे कहानी में
उनके महल के निर्माण,
उनकी बढ़ती ईगो,
और कम्बानी के एक नए twist की entry होगी।
रूपेश कम्बानी दोनों को
एक विशाल जमीन दिखाता है—
समतल, चमकदार, और royal सजावट वाली।
कम्बानी—
“यहीं बनेंगे तुम्हारे दोनों महल…
हूबहू एक जैसे!”
चूहानंद—
“ओह्ह! Luxury vibes already!”
थोथा—
“मेरी balcony मजबूत करना भाई।”
इंजीनियर घबराकर—
“जी, इस बार extra steel use करेंगे।”
भीड़—
“ये दोनों अब राजा बनेंगे!”
Architect 3D model दिखाता है।
2 विशाल महल —
golden domes, swimming pools, glass floors।
चूहानंद—
“मेरे महल का रंग थोड़ा चमकीला।”
थोथा—
“और मेरा… उससे बस 1% ज्यादा चमकीला!”
चूहानंद—
“अरे एक जैसा कहा था ना!”
थोथा—
“हाँ… लेकिन मैं थोड़ा extra shine चाहता हूँ।”
Architect—
“Sir ये तो हूबहू concept ही बिगाड़ देगा!!”
कम्बानी—
“Perfect same बनाओ।
कोई extra shine नहीं।”
थोथा हल्की शर्मिंदगी में—
“ठीक है boss…”
Construction की शुरुआत।
दोनों महल एकदम copy बनने लगे।
लोग आश्चर्यचकित—
“दोनों महल एकदम जुड़वा लगते हैं!”
“इनका owner भी जुड़वा पागल लगते हैं!”
चूहानंद—
“यह pillar मेरा swag है।”
थोथा—
“और ये pillar मेरा heavy swag है।”
मजदूर confused—
“Swag किसको strong चाहिए…?”
थोथा excited होकर
अपने बनते महल में घुस गया।
जैसे ही अंदर गया—
ठक… कर्क… कर्क…
इंजीनियर दौड़कर आया—
“Sir! Construction अभी wet है!!
कृपया बाहर आइए!!”
थोथा—
“अरे मैं बस देख रहा था…”
चूहानंद—
“तू wet cement में VIP entry लेकर चला गया।”
थोथा—
“मैं heavy नहीं… curious था!”
कम्बानी बोलता है—
“महल strong होने चाहिए।
Test करते हैं!”
Test #1 — हवा का
Test #2 — बारिश का
Test #3 — थोथा का jump test
चूहानंद—
“Jump test!? सच में!?”
थोथा—
“मैं तो jump करूँगा…
लेकिन मुझे लगता है building रोएगी।”
Jump test शुरू।
थोथा ने jump किया—
धम्म्म्म!
एक pillar थरथराया।
थोथा—
“ये तो मैं भी करता हूँ…”
इंजीनियर बेहोश।
कम्बानी दोनों को देखता है—
उनकी हरकतें, ego, पैसा उड़ाना…
फिर calmly कहता है—
“तुम दोनों…
इतनी सारी luxury संभाल पाओगे?”
चूहानंद—
“क्यों नहीं?”
थोथा—
“हम बच्चे नहीं… दो mature बम हैं!”
कम्बानी आंखें सिकोड़कर—
“सही कहा… बम जरूर हो।”
उसकी tone suspicious थी।
एक दिन दोनों काम inspect कर रहे थे।
चूहानंद—
“मेरी पहली मंज़िल थोड़ी ज्यादा सुंदर लग रही है।”
थोथा—
“और मेरी दूसरी मंज़िल ज्यादा royal लग रही है।”
चूहानंद—
“ओ! तू comparison कर रहा है?”
थोथा—
“करने में क्या गया? हवा है दिमाग़ में!”
दोनों में हल्की argument शुरू।
कम्बानी दूर बैठा
चाय पीता हुआ उन्हें देख रहा था—
“अच्छा… ego बढ़ रही है।
अच्छा है…
आगे का plan आसान हो जाएगा।”
अब दोनों महल final stage में थे।
Golden dome लगाया जा रहा था।
Glass balconies जोड़ रहे थे।
Luxury gardens बन रहे थे।
सबके drones आकर videos बना रहे थे—
“Twin Mansions of India!”
“Richest comedy duo!”
चूहानंद—
“मैं famous हो रहा हूँ!”
थोथा—
“और मैं… थोड़ा ज़्यादा heavy famous!”
चूहानंद—
“अरे वही बात मत शुरू कर!”
थोथा—
“मैंने तो compliment दिया था!”
कम्बानी उसी रात
अपने secret room में जाकर
एक button दबाता है।
Screen पर दोनों महलों का map चमकता है।
कम्बानी बोलता है—
“दोनों महल बन गए…
लेकिन असली test अभी बाकी है।”
उसके चेहरे पर
पहली बार villain वाली मुस्कान उभरी।
“इन दोनों की दोस्ती…
इनका main weakness है।”
“और weakness पर खेलना…
मेरी सबसे बड़ी ताकत।”
वह बोला—
“अब देखना…
महल तो मिलेंगे,
पर ये दोनों सच में संभाल पाएंगे?”
उसने एक mysterious call किया—
“तैयार रहना…
रात में पहला step शुरू करते हैं।”
आधी रात
महलों का काम बंद हो चुका था।
अचानक—
टंन—टंन—टंन!!!
अजीब metallic आवाज़ें आने लगीं।
दोनों महलों की
top balcony की lights अपने आप ON–OFF होने लगीं।
चूहानंद—
“ये क्या horror movie वाला scene है!?”
थोथा—
“अरे मेरी balcony फिर मत गिरे!!!”
अगले ही सेकंड—
दोनों महलों की छत पर
कम्बानी की drone-army उतरी,
और दोनों महलों में
एक mysterious blueprint छोड़ गई।
दोनों दौड़ते हुए बाहर आए—
चूहानंद—
“रूपेश कम्बानी क्या खेल रहा है?”
थोथा—
“और ये blueprint में क्या लिखा है…!?”
EPISODE 40 END.
Now the real twist begins…
चूहानंद और थोथा ब्लूप्रिंट खोलते हैं।
उसमें लिखा है—
“PROPERTY TRANSFER PROTOCOL –
Owner: RUPESH KAMBANI”
दोनों हक्के-बक्के—
चूहानंद—
“अरे!! ये महल तो हमारे नाम पर होना था!”
थोथा—
“मतलब… हमने बिल्ली उठाई और घर उसने उठाया!?”
दोनों blueprint लेकर गुस्से में कम्बानी के पास भागते हैं।
रूपेश कम्बानी royal sofa पर बैठा चाय पी रहा था।
चूहानंद—
“ये क्या चाल है!
हमारे महलों का मालिक तुम कैसे!?”
कम्बानी शांत—
“Calm…
मैंने contract में लिखा था…”
थोथा—
“कौन सा contract!?”
कम्बानी—
“वही जो तुमने पढ़े बिना sign कर दिया था।
तुम दोनों तो excitement में झूम रहे थे।”
दोनों shock।
कम्बानी—
“और अब महल…
सरकार को donation में जा रहे हैं!”
चूहानंद—
“क्या!? क्यों!?”
कम्बानी—
“Tax बचाने के लिए।
करोड़ों का फायदा है मुझे।”
थोथा—
“तो हमारा क्या!?”
कम्बानी—
“तुम दोनों?
तुम्हें तो बिल्ली हटा कर entertainment दिया।
महल?
वो अब Government Property है।”
और उसी पल
सरकारी गाड़ी आ गई।
सरकार के अधिकारी—
“By order:
ये दोनों महल अब
NATIONAL HERITAGE COMEDY MUSEUM बनेंगे।”
चूहानंद—
“नेशनल… क्या!?”
थोथा—
“Comedy Museum…
मतलब लोग आकर हम पर हँसेंगे!?”
अधिकारी—
“हाँ, बिल्कुल।
Entry ticket भी लगेगा!”
थोथा बेहोश।
कम्बानी जाते-जाते बोला—
“हीरो बनने आए थे…
अब दर्शक बनकर देखना।
असली दुनिया में दिमाग चाहिए,
सिर्फ comedy नहीं।”
चूहानंद—
“…तो तूने हमें धोखा दिया।”
कम्बानी—
“मैं businessman हूँ,
दोस्त नहीं।”
और वो limousine में बैठकर निकल गया।
उसी शाम—
दोनों के सूटकेस खाली
नोट हवा में उड़ चुके
महल सरकार के पास
और वे खुद सड़क पर खड़े थे
थोथा रोते हुए—
“हम फिर कंगाल हो गए भाई…”
चूहानंद गुस्से से—
“मैं America में disaster था…
और इंडिया में भी disaster बना दिया।”
थोथा—
“हम history के पहले लोग हैं
जो करोड़पति से सीधा कूड़ेदानी लेवल पर आ गए!”
चूहानंद—
“रूपेश कम्बानी ने हमें धोखा दिया…
इसका मतलब ये नहीं कि हम हार मानेंगे!”
थोथा—
“तो क्या करेंगे?”
चूहानंद—
“हम अपने महल वापस लेंगे।
चाहे सरकार से, या कम्बानी से!”
थोथा—
“लेकिन हमारे पास पैसा?
ताकत?
सपोर्ट?”
चूहानंद—
“हमारे पास एक चीज़ अभी भी है…”
थोथा—
“क्या?”
चूहानंद—
“बेवकूफ बनने का तजुर्बा!
और उसे सुधारने का मौका!”
टीवी चैनल अंदर घुसते हैं—
Reporter—
“Sir, ये महल अब देश की property है।
आप दोनों क्या कहना चाहेंगे?”
चूहानंद—
“देश के नाम एक बात…
हमारे महलों पर मज़े लेना बंद करो!”
थोथा—
“Please! ये घर हमारे थे!”
Reporter—
“Proof?”
चूहानंद—
“…sign किया था… पर पढ़ा नहीं था।”
पूरी media हँसने लगती है।
थोथा मुंह ढककर—
“मैं इतना insult-tolerant क्यों हूँ…”
रात में दोनों फुटपाथ पर बैठे थे।
चूहानंद—
“हम फिर से शुरू करेंगे…
नई job, नया तरीका, नया पैसा।”
थोथा—
“घर के बिना कैसे?”
चूहानंद—
“कभी झोपड़ी, कभी palace…
heroes वो हैं जो किसी भी स्थिति में खड़े रह जाएँ।”
थोथा—
“पर मैं बैठ भी नहीं पा रहा…
क्योंकि फुटपाथ गड्ढेदार है!”
चूहानंद—
“चिंता मत कर…
अगले सीजन में उठेंगे।”
अचानक एक आदमी आता है—
“अरे! आप लोग वही comedy heroes हो न?
जिनके महल सरकार ले गई?”
चूहानंद शर्माते हुए—
“हाँ… वही हैं।”
आदमी—
“मेरे पास एक offer है…”
दोनों—
“क्या?”
आदमी—
“आइए, मेरे लिए काम कीजिए।
मैं आपको घर भी दूँगा…
और पैसा भी।”
चूहानंद और थोथा shocked—
“कौन… आप कौन!?”
आदमी पलटता है—
और वह रूपेश कम्बानी का सबसे बड़ा दुश्मन है।
(नया villain entry)
EPISODE 50 END.